अलवर (राजस्थान) : अलवर जिले के कठूमर इलाके में सोमवार रात धोलागढ़ मेले के दौरान पुलिस और राजस्व कर्मचारियों के बीच गंभीर विवाद खड़ा हो गया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने पटवारियों और कानूनगो (गिरदावरों) के साथ बदसलूकी की। न केवल कॉलर पकड़कर खींचा गया, बल्कि लात-घूंसों से भी मारपीट की गई। यह घटना अब आंदोलन का रूप ले चुकी है, जिसमें पूरे जिले के राजस्व कर्मचारी एकजुट होकर धरने पर बैठ गए हैं।
घटना का विवरण:
सोमवार देर रात बहतूकला गांव में आयोजित धोलागढ़ मेले के दौरान ड्यूटी पर तैनात पटवारी और कानूनगो पुलिस व्यवस्था को लेकर मौके पर मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, किसी मुद्दे पर पुलिस और पटवारियों के बीच कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। पुलिसकर्मियों ने पटवारियों के साथ हाथापाई की, जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई।
धरने पर बैठे राजस्व कर्मचारी:
घटना के बाद जिले भर के राजस्व कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। मंगलवार सुबह से ही पटवारी संघ और गिरदावर संघ ने कार्य बहिष्कार कर तहसील स्तर पर धरना शुरू कर दिया है। कर्मचारी दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। संघ का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
SP को ज्ञापन सौंपा:
पटवारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिला पुलिस अधीक्षक (SP) से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और तत्काल प्रभाव से जांच कर दोषियों को निलंबित करने की मांग की। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
प्रशासन पर सवाल:
राजस्व कर्मचारियों का कहना है कि यदि पुलिस द्वारा अधिकारियों के साथ इस तरह की बर्बरता की जा सकती है, तो आम लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं। उन्होंने सरकार से इस मामले में सख्त रुख अपनाने की मांग की है।
Conclusion:
यह मामला सिर्फ पुलिस और पटवारियों के बीच विवाद नहीं, बल्कि सरकारी तंत्र के भीतर बढ़ते तनाव का संकेत है। यदि समय रहते निष्पक्ष जांच और न्यायसंगत कार्रवाई नहीं हुई, तो यह आंदोलन और भी बड़े स्तर पर फैल सकता है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.