राजस्थान : में भजनलाल शर्मा सरकार के कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस के प्रमुख चेहरों — राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी — पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दिलावर ने कहा कि यदि गांधी परिवार आतंकवादियों के समर्थक नहीं हैं, तो उन्हें रॉबर्ट वाड्रा से अपने संबंध तोड़ने चाहिए।
मदन दिलावर ने तीखा हमला बोलते हुए कहा,
"यदि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी वास्तव में आतंकवादियों का समर्थन नहीं करते, तो वे रॉबर्ट वाड्रा जैसे व्यक्ति से दूरी क्यों नहीं बना लेते? उनका निकट संबंध कई सवाल खड़े करता है।"
दिलावर का इशारा वाड्रा पर लगे पुराने आरोपों और उनके विवादित संबंधों की ओर था, जिन पर समय-समय पर भ्रष्टाचार और संदिग्ध लेन-देन के आरोप लगते रहे हैं।
मंत्री के इस बयान के बाद राजस्थान सहित राष्ट्रीय राजनीति में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस समर्थक नेताओं ने इसे "गैर-जिम्मेदाराना बयान" करार दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दिलावर का यह बयान आगामी चुनावों से पहले माहौल को गरमाने और कांग्रेस नेतृत्व को घेरने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
रॉबर्ट वाड्रा, जो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति हैं, कई बार विवादों में रहे हैं। उन पर जमीन सौदों से लेकर भ्रष्टाचार के मामलों में जांच हुई है, हालांकि किसी भी मामले में अभी तक कोई अंतिम सजा नहीं हुई है। भाजपा अक्सर वाड्रा के नाम पर गांधी परिवार को घेरती रही है और इसे 'नेहरू-गांधी परिवार की भ्रष्टाचार की विरासत' से जोड़कर पेश करती रही है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस प्रकार के हमलों से कांग्रेस पार्टी को अपनी रणनीति में बदलाव लाने की आवश्यकता पड़ सकती है। कांग्रेस को इस तरह के मुद्दों से निपटने के लिए एक स्पष्ट और आक्रामक जवाब देने की जरूरत महसूस हो रही है, ताकि जनता के बीच नकारात्मक प्रभाव कम किया जा सके।
मदन दिलावर का यह तीखा बयान ना केवल गांधी परिवार को कटघरे में खड़ा करता है, बल्कि राजस्थान की राजनीति में भी नए सियासी समीकरणों की झलक देता है। आगामी समय में इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजियां और तेज होने की संभावना है, जो चुनावी माहौल को और गर्म कर सकती हैं।
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