प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें महीनों से वेतन समय पर नहीं मिला है और पिछले कई महीनों का एरियर भी अटका हुआ है। इससे उनके परिवार की आजीविका पर सीधा असर पड़ रहा है। कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन लगातार आश्वासन दे रहा है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
150 कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से अस्पताल की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। जेएलएन जैसे बड़े सरकारी अस्पताल में साफ-सफाई की जिम्मेदारी निभाने वाले अस्थाई कर्मचारियों के नदारद रहने से मरीजों और तीमारदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वेतन का समय पर भुगतान
लंबित एरियर की तुरंत अदायगी
स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करना
कार्यस्थल पर बेहतर सुविधाएं और सम्मानजनक व्यवहार
अस्पताल प्रशासन ने कर्मचारियों से संवाद कर समस्या सुलझाने का आश्वासन दिया है। चिकित्सा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वेतन भुगतान प्रक्रिया वित्त विभाग के कारण अटकी हुई है, लेकिन प्रयास किया जा रहा है कि जल्द समाधान हो।
सरकारी अस्पतालों में अस्थाई कर्मचारियों की मेहनत व्यवस्था को सुचारू रखने में बेहद अहम होती है। लेकिन अगर उन्हें समय पर वेतन और सुविधाएं नहीं मिलेंगी तो इसका असर सीधे स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा। जेएलएन अस्पताल में हुआ विरोध प्रदर्शन आने वाले दिनों में और भी तेज़ रूप ले सकता है, यदि समाधान नहीं हुआ।
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