पत्रकार की हत्या करने की साजिश कर रैकी करने वाले सात दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर
जमवारामगढ़ | पत्रकार की हत्या की साजिश रचकर रेकी करने के विरोध में सोमवार को भारतीय प्रेस आयोग के नेतृत्व में पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिलकर सुरक्षा प्रदान करने व रेकी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन सौंपा। आपको बता दे कि भारतीय प्रेस आयोग रजि. संस्था के बैनर तले ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में बताया कि डी आर राठौड़ जमवारामगढ़ के रूपवास सेन्टर से संवाददाता है। 14 मई को संवाददाता तहसील के डूंगा का बास में एक पीडित महिला की खातेदारी भूमि का न्यायालय के आदेश पर अतिक्रमण हटवाकर कब्जा दिलवाने की कार्यवाही की खबर की रिपोर्टिंग करने गया था। इसने पूर्व भी क्षेत्र में भू-माफियाओं के खिलाफ अवैध कॉलोनियों की खबरे बनाई थी। डूंगा का बास में अतिक्रमण हटवाने की कार्यवाही के बाद संवाददाता के पीछे असामाजिक तत्व एवं बदमाश लगातार पीछा कर रहे है तथा दिनांक 27 मई को दोपहर 1 बजे भी 2 लडके मोटर साईकिल पर आकर घर के बाहर लाईव वीडियों एवं लोकेशन तथा रेकी की गई थी। जिसका पीड़ित पत्रकार के सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई है। घटना की सूचना पुलिस थाना जमवारामगढ़ में भी दी गई किन्तु प्रभावी कार्यवाही नहीं हो रही है।
इसके बाद 28-29 तारीख से पीड़ित पत्रकार के घर के आस पास संदिग्ध गाडियां घूम रही है जिनके नम्बर भी नोट किये गये है। पीड़ित पत्रकार सामाजिक संस्था अखिल भारतीय बलाई समाज का भी प्रदेशाध्यक्ष है जो विभिन्न कार्यों के लिए प्रशासन से मिलकर पीडित लोगों की मदद करता है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी करने पर ज्ञात हुआ है कि पत्रकार डी आर राठौड़ की हत्या की साजिश रची जा रही है तथा रेकी की जा रही है। ये लोग देर सवेर कोई भी अप्रिय घटना कारित कर संवाददाता को जानमाल की हानि पहुंचा सकते है। रेकी करने वाले लडकों के भू-कारोबारियों से संपर्क है जो इनको संरक्षण देकर इनके द्वारा घटना करवा सकते है। मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने के लिए भारतीय प्रेस आयोग के नेतृत्व में पत्रकारों का प्रतिनिधि मंडल जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिला है। पुलिस अधीक्षक ने मौके से जमवारामगढ़ वृत्ताधिकारी को दूरभाष पर बात कर जल्द से जल्द मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
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