जयपुर: राजस्थान में आज वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी (VMOU) कोटा द्वारा आयोजित पीटीईटी (प्री-टीचर एजुकेशन टेस्ट) परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई। प्रदेश के 41 जिलों में कुल 736 परीक्षा केंद्रों पर 2 लाख 73 हजार 122 अभ्यर्थी इस महत्वपूर्ण परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक एक ही पाली में आयोजित की गई, जिसमें सुरक्षा और पारदर्शिता पर विशेष जोर दिया गया।
व्हीलचेयर पर पहुंची दिव्यांग युवती, मानवीय चेहरा भी दिखा
परीक्षा केंद्रों पर कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच कई मानवीय पहलू भी देखने को मिले। जयपुर में एक परीक्षा केंद्र पर एक युवती व्हीलचेयर पर पीटीईटी परीक्षा देने पहुंची। दिव्यांग होने के बावजूद उसके शिक्षा के प्रति समर्पण की यह मिसाल प्रेरणादायक थी। परीक्षा केंद्र पर मौजूद कर्मचारियों ने संवेदनशीलता दिखाते हुए उसे पूरी सहायता प्रदान की, जिससे वह बिना किसी परेशानी के परीक्षा दे सकी। यह सुनिश्चित किया गया कि उसे परीक्षा हॉल तक पहुंचने और वहां बैठने में कोई असुविधा न हो।
गहनों को लेकर सख्ती: नोज पिन भी उतरवाई गई
परीक्षा में नकल रोकने और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी। इसी कड़ी में, जयपुर में एक सेंटर के बाहर महिला अभ्यर्थियों की गहन जांच की गई। सुरक्षाकर्मी इतने सख्त थे कि एक महिला अभ्यर्थी की नोज पिन (नाक की कील) भी निकलवा दी गई। यह सख्ती परीक्षा में किसी भी प्रकार की अनुचित साधन के प्रयोग को रोकने के लिए थी, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि केवल योग्य अभ्यर्थी ही सफल हों।
बायोमेट्रिक जांच के बाद मिली एंट्री
सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले अनिवार्य बायोमेट्रिक जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। यह प्रक्रिया अभ्यर्थी की पहचान सुनिश्चित करने और 'मुन्नाभाई' जैसे मामलों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। बायोमेट्रिक जांच के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी गई।
पीटीईटी परीक्षा का सफल आयोजन वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी और राजस्थान प्रशासन के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और योग्यता को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कड़े सुरक्षा उपाय आवश्यक हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले सभी अभ्यर्थियों के भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.