'इस बार भी लोकसभा चुनाव मैं ही लड़ूंगा। कमलनाथ नहीं लड़ेंगे।' ठीक एक महीने पहले छिंदवाड़ा के परासिया में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में सांसद नकुलनाथ ने यह कहकर खुद अपनी उम्मीदवारी घोषित कर दी थी। बाद में पिता कमलनाथ ने भी ऐसे ही एक कार्यक्रम में उनकी बात को आगे बढ़ाया।
अब मध्यप्रदेश के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में नकुलनाथ का नाम शामिल कर पार्टी ने भी जाहिर कर दिया है कि नाथ परिवार की हर बात मान्य है। ऐसा कांग्रेस में ही संभव है और यह छिंदवाड़ा में नाथ परिवार की राजनीतिक ताकत का ही कमाल है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि भाजपा पिछले 27 साल से भेद पाने में असंभव इस सीट पर नाथ परिवार से मुकाबले के लिए इस बार कौन सा प्रयोग करेगी? इस सवाल का जवाब जानने से पहले कांग्रेस की पहली लिस्ट की 5 खास बातें जानते हैं..
- 10 में से 8 सीटों पर नए चेहरों को मौका दिया है। इनमें से सात सीटें हारी हुई हैं। छिंदवाड़ा में कांग्रेस जीती थी, वहां नकुलनाथ की उम्मीदवारी स्वाभाविक थी। बैतूल में पिछले चुनाव में हारे रामू टेकाम को रिपीट किया है।
- कांग्रेस ने पार्टी में मची भगदड़ को देखते हुए सेफ गेम के साथ शुरुआत की। जिन 10 सीटों के लिए पहली लिस्ट में प्रत्याशी घोषित किए गए, उनमें से 7 SC-ST के लिए रिजर्व हैं। यहां दावेदारी को लेकर तनिक भी तनाव नहीं था। बाकी सीटों पर भी ऐसी ही स्थिति है। कुछ पर तो बड़े नेता हाथ जोड़कर कह चुके हैं- इस बार माफ करें।
- एक सीट पर भी महिला प्रत्याशी नहीं उतारी गई है। 2019 में इन 10 सीटों में से टीकमगढ़ में महिला प्रत्याशी थी।
- किसी भी सीट पर बड़े नेता का भी नाम नहीं है। गुना, रतलाम, राजगढ़ जैसी सीटों को फिलहाल होल्ड रखा गया है, जहां बड़े चेहरों को उतारने की चर्चाएं चल रही हैं।
- विधानसभा चुनाव में दावेदारी करने वालों का ध्यान रखा गया। जैसे- धार जिले की मनावर सीट से टिकट नहीं मिलने पर राधेश्याम मुवेल ने निर्दलीय के तौर पर फॉर्म भर दिया था। हालांकि, पार्टी की बात मानकर उन्होंने फॉर्म वापस भी ले लिया था।